CET Exam 2024 Latest News: राजस्थान ऑनर्स पात्रता परीक्षा का इंतजार कर रहे बेरोजगार व्यक्तियों के लिए अच्छी खबर है। दरअसल, राजस्थान कर्मचारी चयन आयोग (आरएसएमएसएसबी) ने कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट ग्रेजुएट लेवल और सेकेंडरी लेवल के लिए नोटिस जारी किया है। बोर्ड ने सुझाव दिया है कि इस बार निर्धारित परीक्षा में कुछ समायोजन स्पष्ट होंगे। प्रदेश में सीईटी पात्रता परीक्षा का इंतजार कर रहे लाखों बेरोजगार व्यक्तियों का इंतजार खत्म होने को है।
हालांकि RSMSSB बोर्ड निर्धारित परीक्षा के लिए निर्धारित परीक्षा के लिए नोटिस आचार संहिता के बाद ही जारी करेगा, हालांकि बोर्ड द्वारा इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है, इस बार बोर्ड कुछ नए समायोजन के साथ एक विज्ञप्ति जारी करेगा। अभी तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है लेकिन मीडिया की खबरों पर विश्वास किया जाए तो बदलाव संभव है।
CET Exam 2024:
CET (कमोडिटी एलिजिबिलिटी टेस्ट) को हर साल आयोग द्वारा प्रशासित करने का इरादा है, लेकिन बेरोजगार आवेदक आशंकित हैं क्योंकि यह पिछले डेढ़ साल से नहीं किया गया है। पिछली बार एसईटी जनवरी 2023 में आयोजित किया गया था और परिणाम अप्रैल 2023 में जारी किया गया था। ऐसे में एसईटी परीक्षा के आयोजन को डेढ़ साल बीत चुका है, अभ्यर्थी कह रहे हैं कि सीईटी नोटिस जल्द से जल्द दिया जाए।
इस बार होंगे कुछ बदलाव :
इस बार एसईटी परीक्षा में कुछ संशोधन दिखाई देंगे, लेकिन कथित तौर पर बोर्ड द्वारा कोई अधिसूचना प्रदान नहीं की गई है। लेकिन यह संभावना है कि इस बार अद्यतन प्रावधानों के साथ एक अधिसूचना प्रकाशित की जाएगी।
अभ्यर्थियों की मांग है कि 15 बार के मानदंड को हटाया जाए और केवल 40% अंकों का मानदंड रखा जाए, जबकि कुछ छात्र एसईटी को पूरी तरह से हटाने की मांग कर रहे हैं और एसईटी की जगह सीधी भर्ती परीक्षा होनी चाहिए, हालांकि इस बार फैसला राज्य सरकार को लेना है। एसईटी टेस्ट में कितना बदलाव देखा गया है, इसका खुलासा घोषणा जारी होने के बाद ही होगा।
निर्धारित परीक्षा में समायोजन के लिए उम्मीदवारों द्वारा की गई मांगों के बारे में सिफारिश पर राज्य प्रशासन के साथ चर्चा चल रही है। सरकार जल्द ही इस पर किसी निर्णय पर पहुंचेगी और नई आवश्यकताओं और प्रक्रियाओं के साथ एक अधिसूचना जारी करके आवेदनों का स्वागत किया जाएगा।
FAQ’S
1.what is cet exam ?
कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) एक प्रतियोगी परीक्षा है जो भारत के विभिन्न राज्यों में प्रोफेशनल कॉलेजों में मेडिकल, डेंटल और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में पूर्णकालिक पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष या पहले सेमेस्टर में छात्रों के प्रवेश के उद्देश्य से आयोजित की जाती है।